इस सेट-अप का उपयोग एक संयुक्त रिएक्टर में परिवेशी स्थिति के तहत गैर-उत्प्रेरक सजातीय दूसरे क्रम के तरल चरण प्रतिक्रिया का अध्ययन करने के लिए किया जाता है। इसमें श्रृंखला में जुड़े दो रिएक्टर होते हैं, एक प्लग फ्लो रिएक्टर और दूसरा मिश्रित प्रवाह रिएक्टर। एक आदर्श प्लग फ्लो रिएक्टर (पीएफटीआर) में प्रवाह की दिशा में कोई मिश्रण नहीं होता है और प्रवाह की दिशा के लंबवत पूर्ण मिश्रण होता है। अभिकारकों की सांद्रता रिएक्टर की लंबाई के साथ बदलती रहती है लेकिन रेडियल दिशा में नहीं। कुंडल के मामले में प्रवाह की दिशा में बार-बार परिवर्तन और द्वितीयक प्रवाह की उपस्थिति के कारण अशांति उत्पन्न होती है, इसलिए कुंडल ट्यूब प्रकार प्लग प्रवाह रिएक्टर में प्रतिक्रिया दर स्थिरांक का उच्च मूल्य अपेक्षित है। एक आदर्श एमएफआर (यानी एक आदर्श स्थिर स्थिति) में प्रवाह रिएक्टर) रिएक्टर में सामग्री अच्छी तरह से मिश्रित होती है और पूरे क्षेत्र में एक समान संरचना होती है। इस प्रकार निकास धारा की संरचना रिएक्टर के भीतर तरल पदार्थ के समान होती है। सेट अप में दो ओवरहेड फीड टैंक होते हैं जिनके माध्यम से दो रिएक्टर श्रृंखला में लगे रिएक्टरों को खिलाए जाते हैं। रसायनों के व्यक्तिगत प्रवाह को मापने के लिए रोटामीटर प्रदान किए जाते हैं। प्रवाह दर को संबंधित रोटामीटर पर दिए गए सुई वाल्वों को संचालित करके समायोजित किया जा सकता है। पहला एसएस पाइप से बना एक हेलिकल कॉइल ट्यूब प्रकार का रिएक्टर है। अभिकारक कुंडल के शीर्ष से निकलकर निचले सिरे पर प्रवेश करते हैं जहां से इसे उचित मिश्रण के लिए स्टिरर से लगे एमएफआर में डाला जाता है। विश्लेषण के लिए नमूने एकत्र किये गये हैं।
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